Friday 21 December 2012

21.12.12

एक प्रेमी-युगल शादी से पहले काफी हँसी मजाक और नोक झोंक किया करते थे।
शादी के बाद उनमें छोटी छोटी बातो पे झगड़े होने लगे।

कल उनकी सालगिरह थी,
पर बिवि ने कुछ नहीं बोला वो पति का रिस्पॉन्स देखना चाहती थी।
सुबह पति जल्द उठा और घर से बाहर निकल गया।
बिवि रुआँसी हो गई।

दो घण्टे बाद कॉलबेल बजी,
वो दौड़ती हुई जाकर दरवाजा खोली।
दरवाजे पर गिफ्ट और बकेट के साथ उसका पति था।
पति ने गले लग के सालगिरह विश किया।

फिर पति अपने कमरे मेँ चला गया।

तभी पत्नि के पास पुलिस वाले का फोन आता है की आपके पति की हत्या हो चूकी है,उनके जेब पे पड़े पर्स से आपका फोन नम्बर ढ़ुंढ़ के कॉल किया।

पत्नि सोचने लगी की पति तो अभी घर के अन्दर आये है।
फिर उसे कही पे सुनी एक बात याद आ गई की मरे हुये इन्सान की आत्मा अपना विश पूरा करने एक बार जरूर आती है।

वो दहाड़ मार के रोने लगी।
उसे अपना वो सारा चूमना,लड़ना,झगड़ना,नोक-झोंक याद आने लगा।उसे पश्चतचाप होने लगा की अन्त समय में भी वो प्यार ना दे सकी।

वो बिलखती हुई रोने लगी।
जब रूम में गई तो देखा उसका पति वहाँ नहीं था।

वो चिल्ला चिल्ला के रोती हुई प्लीज कम बैक
कम बैक कहने लगी,लगी कहने की अब कभी नहीं झगड़ूंगी।

तभी बाथरूम से निकल के उसके कंधे पर किसीने हाथ रख के पूछा क्या हुआ?

वो पलट के देखी तो उसके पति थे।
वो रोती हुई उसके सीने से लग गइ फिर सारी बात बताई।

तब पति ने बताया की आज सुबह उसका पर्स चोरी हो गया था।
फिर दोस्त की दुकान से उधार लिया गिफ्ट।

।।जिन्दगी में किसी की अहमियत तब पता चलती है जब वो नहीँ होता,
हमलोग अपने दोस्तो,रिश्तेदारो से नोकझोंक करते है,
पर जिन्दगी की करवटे कभी कभी भूल सुधार का मौका नहीं देती।
हँसी खुशी में प्यार से जिन्दगी बिताइये,
नाराजगी को ज्यादा दिन मत रखिये

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