“O Ultimate Omnipotent Omniscient Supreme
Lord! It is you who will enlighten our intellect. It is only you who
will lead us from wrong towards right, from miseries towards bliss, from
impurity towards purity, from Adharma towards Dharma, fr
om hatred towards love, from evil deeds towards noble efforts.”
हे अद्वितीय सर्वशक्तिमान परमेश्वर! एक सिर्फ तू ही है जिसकी कृपा से बुद्धियाँ चमक उठती हैं. सिर्फ तू ही है जो मुझे गलत से सही रास्ते पर लाता है, दुखों से सुखों तक ले जाता है, गंदगी से पवित्रता तक ले जाता है, अधर्म से धर्म तक ले जाता है, नफरत/घृणा से प्रेम की तरफ ले जाता है और बंधन से मोक्ष तक ले जाता है! हम तेरी उपासना से कभी अलग न हों!
“हरि ॐ तत् सत्”
हे अद्वितीय सर्वशक्तिमान परमेश्वर! एक सिर्फ तू ही है जिसकी कृपा से बुद्धियाँ चमक उठती हैं. सिर्फ तू ही है जो मुझे गलत से सही रास्ते पर लाता है, दुखों से सुखों तक ले जाता है, गंदगी से पवित्रता तक ले जाता है, अधर्म से धर्म तक ले जाता है, नफरत/घृणा से प्रेम की तरफ ले जाता है और बंधन से मोक्ष तक ले जाता है! हम तेरी उपासना से कभी अलग न हों!
“हरि ॐ तत् सत्”